Ration Card New Update सरकारी राशन को लेकर बड़ा बदलाव ! राशन कार्ड धारकों को अब मिलेगा गेहूं के बदले…

Ration Card New Update : देश के करोड़ों राशन कार्ड धारकों को एक और बड़ी अपडेट निकल कर आ रही है ऐसे उपभोक्ता जो राशन के ऊपर ही निर्भर रहते हैं, और जिनका घर का खाना पानी राशन के ऊपर ही चलता है उन सभी के लिए यह बड़ी खबर हो सकती है, जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार जून 2022 से लेकर मार्च 2023 तक अंतोदय राशन कार्ड धारकों को 35 किलो राशन दिया जाएगा जिस राशन में 7 किलो गेहूं और 28 किलो चावल शामिल होंगे |
वहीं पर बताया जा रहा है की पीपीएच के लाभार्थियों को 5 किलो चावल के साथ 5 किलो अनाज भी उपलब्ध कराया जाएगा | ऐसे में लाभार्थियों को गेहूं की कीमत ₹2 प्रति किलो रहेगी और चावल की कीमत ₹3 प्रति किलो रहेगी |
Ration Card New Update
देश में बढ़ती हुई गेहूं की कमी के कारण सरकार द्वारा यह फैसला लिया गया है कि लाभार्थियों को अब दिए गए राशन में गेहूं की जगह चावल में बढ़ोतरी की जाएगी जहां ग्राहकों को पहले 2 किलो गेहूं तथा 3 किलो चावल दिए जाते थे वह स्थान पर 5 किलो चावल उपलब्ध कराए जा सकते हैं |
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना का मिलता है लाभ?
जैसा कि आप सभी को बता दें कि लाभार्थियों को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के अंतर्गत फ्री राशन का लाभ दिया जाता है जिसमें फ्री तेल, चना, नमक इत्यादि सरकार की तरफ से बिल्कुल फ्री में उपलब्ध कराया जाता है उसके अलावा ग्राहकों को अनाज भी उपलब्ध कराया जाता है | सरकार के इस योजना की सीमा सितंबर महीने में समाप्त होने वाली है | हो सकता है सरकार आने वाले समय में इसकी समय सीमा को और आगे बढ़ाएं इस बात पर मंथन चल रहा है |
फ्री राशन मिलना होगा बंद?
जैसा की आप सबको बता दें कि सरकार ने कोरोनावायरस के समय में लाभार्थियों को फ्री राशन देने का ऐलान किया था जिसमें सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना की शुरुआत की थी जिसके लिए सरकार ने 6 माह तक लाभार्थियों को फ्री राशन देने की बात कही थी लेकिन बाद में इसकी समय सीमा को बढ़ा दिया गया था जिसकी समय सीमा सितंबर माह में समाप्त होने वाली है उसके बाद लाभार्थियों को राशन लेने के लिए पैसा देना होगा |
अब राशनकार्ड धारकों को नहीं मिलेगा फ्री गेंहू, सरकार ने बदले नियम

Ration card holder: अगर आप भी मोदी सरकार की फ्री राशन कार्ड योजना (free ration card scheme) के लाभार्थी हैं तो ये खबर आपके लिए बहुत जरूरी है. क्योंकि सरकार राशन कार्ड धारकों (Ration card holders)को फ्री में मिलने वाले गेंहूं को बंद करने
Ration card holder: अगर आप भी मोदी सरकार की फ्री राशन कार्ड योजना (free ration card scheme) के लाभार्थी हैं तो ये खबर आपके लिए बहुत जरूरी है. क्योंकि सरकार राशन कार्ड धारकों (Ration card holders)को फ्री में मिलने वाले गेंहूं को बंद करने (closing the wheat)जा रही है. इसकी वजह सरकार ने गेंहूं का कम उत्पादन बताया है. जानकारी के मुताबिक अब उसके स्थान पर 5 किलो चावल लाभार्थी को दिया जाएगा. इस संबंध में खाद्य व रसद विभाग (Food and Logistics Department)के आयुक्त ने आदेश भी जारी कर दिए हैं. सरकार के तरफ से एक अपडेट आया हैं, जो लाभार्थी इस योजना का लाभ उठा रहे थे उनके राशन में से गेंहू को निकाल दिया जाएगा. साथ ही अब सरकार राशन कार्ड पोर्टिब्लटी (ration card portability)स्कीम शुरू करने जा रही है. जिसके माध्यम से आप पूरे देश में कहीं भी सरकारी दुकान से राशन ले सकते हैं. उसके लिए आपको क्षेत्रवार राशन कार्ड बनवाने की जरूरत नहीं होगी.
पांच किलो चावल मिलेगा
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत 19 से 30 जून तक फ्री राशन वितरण का कार्य पूरा कर लिया जाएगा. नए आदेश के अनुसार, इस बार राशनकार्ड धारकों को गेहूं नहीं दिया जाएगा. जानकारी के मुताबिक अब तक लाभार्थी को फ्री राशन योजना के तहत 3 किलो गेहूं और 2 किलो चावल दिया जाता था. लेकिन खाद्य और रसद विभाग के नए आदेश के अनुसार इस बार गेहूं की जगह लाभार्थी को सिर्फ 5 किलो चावल दिए जाने का निर्णय लिया गया. सरकार की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार गेहूं की जगह 55 लाख मैट्रिक टन चावल का अतिरिक्त आवंटन किया गया है. गेहूं की कम खरीद होने की वजह से ये निर्णय सरकार ने लिया है.
वहीं अब सरकार राशन कार्ड को एक राष्ट्र, एक कार्ड के रूप में पेश करने जा रही है. यानि पूरे देश में आपको अलग-अलग स्थान पर जाकर राशन कार्ड बनवाने की जरूरत नहीं होगी. बल्कि पूरे देश में आप एक ही राशन कार्ड से सरकारी दुकान पर जाकर राशन प्राप्त कर सकते हैं. हालाकि असम राज्य में तो ये सुविधा लाभार्थियों को मिलने भी लगी है. बहुत जल्द पूरे देश में ये सुविधा शुरु हो जाएगी.
अब राशनकार्ड धारकों को नहीं मिलेगा फ्री गेंहू, सरकार ने बदले नियम
अगर आप भी मोदी सरकार की मुफ्त राशन कार्ड योजना के लाभार्थी हैं तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। क्योंकि सरकार राशन कार्ड धारकों को मुफ्त गेहूं देना बंद करने जा रही है। सरकार ने इसका कारण गेहूं का कम उत्पादन बताया है। मिली जानकारी के मुताबिक अब लाभार्थी को इसके बदले 5 किलो चावल दिया जाएगा. खाद्य एवं रसद विभाग के आयुक्त ने भी इस संबंध में आदेश जारी किया है। सरकार की ओर से एक अपडेट आया है कि योजना का लाभ लेने वाले लाभार्थियों के राशन से गेहूं हटा दिया जाएगा। साथ ही अब सरकार राशन कार्ड पोर्टेबिलिटी योजना शुरू करने जा रही है। जिसके माध्यम से आप देश में कहीं भी किसी भी सरकारी दुकान से राशन प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए आपको क्षेत्रवार राशन कार्ड बनाने की जरूरत नहीं है।
जून से चावल ज्यादा, रोटी खाओ कम
सार्वजनिक राशन वितरण प्रणाली में जून होने जा रहा है बदलावप्रति यूनिट गेहूं में एक किलो की कटौती तो चावल में एक किलो बढ़ोत्तरीप्रधानमंत्री की मुफ्त राशन योजना के लाभार्थियों को चावल से ही करना होगा संतोष
सार्वजनिक वितरण प्रणाली के 7.50 लाख से अधिक लाभार्थियों को अब रोटी ज्यादा चावल कम खाने की की अपनी आदत में थोड़ा बदलाव लाना होगा। उन्हें जून से रोटी कम तो चावल ज्यादा खाने की आदत डालनी ही होगी। यह इसलिए कि जून से राशन कार्ड में प्रति यूनिट बंटने वाले गेहूं में एक किलो की कटौती तो चावल में एक किलो की बढ़ोत्तरी होने जा रही है। इतना ही नहीं कोरोना काल से अब प्रधानमंत्री की ओर से बांटी जा रही मुफ्त राशन की सौगात में भी उन्हें सिर्फ चावल ही प्राप्त होगा।
चावल से 34 हजार क्विंटल अधिक बंटता था गेहूं

सरकारी कोटे की दुकानों से बंटने वाले राशन में अभी तक प्रति यूनिट तीन किलो गेहू और दो किलो चावल बंटने का प्रावधान था। वितरण की इस प्रणाली के तहत जिले में 5,61,712 राशन कार्ड धारकों को प्रति महीने कुल 1,83,603.500 क्विंटल राशन वितरण होता था। इसमें गेहू की मात्रा 1,09,165.230 क्विंटल तो चावल की मात्रा 74,438.270 क्विंटल रहती थी। इस तरह हर महीने बंटने वाले कुल राशन में गेहूं की अपेक्षा चावल की मात्रा 34,727 क्विंटल अधिक रहती थी। गेहूं की कमी को मद्देनजर रखते हुए पीडीएस में किए गए बदलाव से जिले में पहले से करीब 50,000 क्विंटल अधिक चावल बंटने का अनुमान है।
अंत्योदय कार्ड धारकों को भी चावल अधिक
पीडीएस में सामान्य राशन कार्ड धारकों के साथ ही अंत्योदय कार्ड धारकों का भी मानक भी बदला गया है। अंत्योदय कार्ड धारकों को अभी तक हर कार्ड पर मिलने वाले 35 किलो राशन में 20 किलो गेहूं और 15 किलो चावल रहता था, पर अब यह मात्रा बदलकर 21 किलो चावल और 14 किलो गेहूं कर दिया गया है।
गेहूं पाने की चाहत अधिक
कोरोना काल से पीडीएस के प्रति लोगों का रुझान बढ़ा। इसके बाद से राशन कार्ड की संख्या में भी बढ़ोत्तरी हुई और हर महीने बटने वाले राशन की मात्रा में भी। जब से प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना लागू हुई तब से सभी कार्ड धारकों को हर महीने दो बार मुफ्त राशन की सौगात मिलने लगी। इससे कार्ड धारकों को भरपूर राशन मिलने लगा। इसमें भी कार्डधारकों की चाहत चावल से अधिक गेहूं पाने की रहती थी।
चावल बचने से कोटेदारों की भी चांदी
राशन की दुकानों से बंटने वाले राशन में चावल मोटे किस्म का होता है। इससे खासकर शहरी राशन कार्ड धारक चावल के बदले गेहूं पाने की चाहत रखते थे। इनमें से भी हजारों कार्ड धारक ऐसे थे जो चावल के बदले गेहूं नहीं मिलने पर मात्र गेहूं से ही संतोष कर लेते थे। ऐसे में कोटेदारों के पास चावल का स्टाक बच जाता था। इससे उन्हें भी अच्छा फायदा होता था।
राशन कार्ड धारकों को इस बार फ्री में गेहूं क्यों नहीं मिलेगा? केवल चावल दिया जाएगा
इस माह राशन कार्ड धारकों को गेहूं नहीं मिलने वाला है। आपकी जानकारी के लिए बता दे की, PM गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत केंद्र सरकार ने लाभार्थियों को गेहूं नहीं देने का फैसला किया है, मतलब अब राशन कार्ड धारकों को गेहूं नहीं मिलेगा. जिसके बदले चावल बांटे जाएंगे। लाभार्थियों को गेहूं की जगह 5 किलो चावल दिया गया है।
लाभार्थियों को 19 जून से 30 जून के बीच मुफ्त राशन दिया जाएगा. जिसके तहत राशन का लाभ लेने वाले लोगों को गेहूं नहीं दिया जाएगा. तीन किलो गेहूं की जगह अब तीन किलो चावल और दो किलो ज्यादा चावल मिलेगा। इससे पहले 3 किलो गेहूं और 2 किलो चावल मुफ्त राशन के तहत दिया जाता था।
आपकी जानकारी के लिए बता दे की, इस संबंध में खाद्य एवं रसद विभाग के आयुक्त द्वारा भी जानकारी दी गई है और कहा गया है कि इस बार गेहूं का वितरण रोक दिया गया है. लाभार्थियों को केवल 5 किलो चावल दिया जाएगा। यूपी के साथ-साथ सरकार ने कई राज्यों में गेहूं का कोटा कम करने का फैसला किया है.
गेहूं फ्री में क्यों नहीं मिलेगा?
आपकी जानकारी के लिए बता दे की, गेहूं की जगह करीब 55 लाख मीट्रिक टन चावल का राशन बांटा जा चुका है. सरकार ने ऐसा कदम इसलिए उठाया है क्योंकि देश में गेहूं की कमी है। कुछ दिन पहले भारत सरकार ने गेहूं के निर्यात पर रोक लगा दी थी, ताकि देश में गेहूं की कमी न हो और इस कारण राशन कार्ड धारकों को भी गेहूं का वितरण नहीं किया जाएगा.

मुफ्त में राशन कार्ड पर प्रति माह दो बार मिलने वाला गेहूं चार माह यानी जून से सितंबर तक नहीं मिलेगा। इसके बदले चावल वितरण किया जाएगा। माना जा रहा है कि इस बार गेहूं क्रय कम होते देख सरकार ने यह निर्णय लिया है। ऐसे में गरीबों को रोटी का संकट खड़ा होना तय है। प्रति माह पांच किलो चावल मिलेगा
जनपद के छह लाख 40 हजार कार्डधारकों को अब प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अंतर्गत गेहूं नहीं मिलेगा। गेहूं की खरीद न होने से भारत सरकार ने कार्डधारकों को गेहूं के स्थान पर चावल देने का फैसला लिया है। अब उनको प्रति यूनिट पर सीधे पांच किलो चावल ही मिलेगा। चावल का स्टाक अधिक होने के कारण सरकार ने गेहूं के बदले चावल देने का निर्णय किया है। सितंबर तक चावल वितरण से चावल और गेहूं का बैलेंस बराबर हो जाएगा। उधर, जिले में गेहूं खरीद के लिए 73 केंद्र खोले गए हैं। इस बार खरीद काफी धीमी है। 38 दिन में करीब 7040 मीट्रिक टन ही गेहूं की खरीद हो पाई है। गेहूं खरीद कम होने से लिया गया निर्णय